अइहौ होली खेलन एहि बार
भरी रंग से हमरी पिचकारी,
बरसन को है एकदम तैयार।
यशोदानंदन कृष्ण कन्हैया,
अइहौ होली खेलन एहि बार।
संग ले अइहौ सब ग्वाल बाल,
औ ले अइहौ सब हुरियार ।
खूब मचाएंगे धमा चौकड़ी,
करेंगे रंगों की खूब बौछार।।
रान पड़ोसी सबको रंगेंगे ,
बहायेंगे अबीर-गुलाल बयार।
रंग रंगने में जो आड़े आयेगा
उसको हम देंगे धक्का मार।
गले मिलेंगे हम हमजोली,
बहा देंगे गिले, प्रेम की धार।
चरण छुएंगे सब बडकों का,
लेंगे आशीर्वाद हाथ पसार।।
बच्चों के संग बच्चे बनकर,
खूब मचाएंगे चीख पुकार।
छोटे बड़े का भेद न होगा,
होंगे होली में सब हुरियार।
ग्राम देवता सारे खुश होकर,
करेंगे रंगो की अविरल बौछार।
हे नटवर नागर गिरधारी तुम ,
आओ गांव हमारे यहि बार।।
- हरी राम यादव
7087815074
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