Sunday 10 October 2021

समन्यव और शौर्य की परिचयक हैं, हमारी भारतीय वायुसेना -अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, जमशेदपुर

 1932 से लेकर वर्तमान भारत के वायु सेना की ताकत उसका अपरिमेय शौर्य और अदभुत समन्वय ही शक्ति है जिसके बल पर आज इस देश के वायु सेना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ  शक्ति में से एक है। साथ ही हम दुनिया को शक्ति के साथ  शांति और सहयोग का संदेश देने में भी विश्वास रखते हैं। यह बात पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर द्वारा आयोजित भारतीय वायुसेना दिवस समारोह के दौरान कल बिरसानगर जोन 3( हरि सिंह सैंडल के निवास स्थान)पर संगठन के पूर्व  सार्जेंट राजीव जी ने कहा। कार्यक्रम का आयोजन वायुसेना की 89 वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं भारतमाता के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ हुआ।तत्पश्चात राजेश जी  ने संगठन गीत प्रस्तुत किया ।कार्यक्रम में काव्य गोष्टि का भी आयोजन किया गया, कवि श्री शैलेन्द्र शैल,श्री बालकृष्ण मिश्र, श्री मनीष जी, श्री शशि ओझा ने वीर रस की प्रस्तुति दी। विशिष्ट अतिथि पूर्व सैनिक आनंद बिहारी दुबे ने संगठन को धन्यवाद देते हुए  कहा कि लौहनगरी वासियो को सेना के कार्यो से अवगत कराने को संगठन के प्रयास  की सफलता पर बधाई दी। सम्मानित अतिथि तुलसी भवन के मानद सदस्य प्रसेनजित तिवारी एवं क्रीड़ा भारती के प्रांत मंत्री राजीव जी ने सदस्यों को संबोधित किया। इस दौरान 25 पूर्व वायुसैनिकों को अंगवस्त्र एवं पुष्प देकर सम्मानित किया गया। अतिथि और नए बनाये गए सदस्यों का परिचय सार्जेंट दीपक शर्मा ने किया। उसके बाद वायुसेना के इतिहास और संगठन्कार्य का विषय प्रवेश सार्जेंट रणेश सरन ने किया। इसके बाद संगठन की तरफ से केक कटिंग किया गया और रात्रि भोजन मातृशक्ति के साथ किया गया। जेडब्ल्यू परमहंस यादव ,  वारंट ऑफिसर हरि सैंडिल और भुवनेश्वर पांडेय ने वायुसेना के दिनों के अपने अनुभव साझा किया। वर्तमान भारत और हमारी वायु युद्धक शक्ति के बढ़ते स्वरूप पर उपस्थित पूर्व सैनिकों ने  प्रसन्नता व्यक्त की और कहा  की चीन के साथ भी हम मुकाबले में बीस साबित होंगे। धन्यवाद ज्ञापन सार्जेंट प्रेम झा ने किया। इस अवसर पर  रासकुंज शर्मा, राघवेंद्र, सार्जेंट पी शंकर, दीपक शर्मा, गौतम लाल, सत्यप्रकाश, पंकज , विनय यादव, अवधेश, सिद्धनाथ सिंह, राजीव,  सहित अन्य पूर्व सैनिक एवं सैन्य मातृशक्ति  शामिक रहे।



अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद
जमशेदपुर