Sunday 9 July 2017

सैनिक और शिक्षक का सम्मान करना समाज का कर्तव्य है।आरसी जी

आज कीताडीह दुर्गापूजा सामिति के सभागार में शहीद किशन दुबे स्मृति संस्थान और पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर के तत्वावधान में श्राद्धनजली संह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।वीरता और शौर्य की नमन का यह कार्यक्रम भारतमाता और शहीद किशन की तस्वीर पर पुष्पांजिली के साथ आरम्भ हुआ।

मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद श्री हरिवल्लभ सिंह आरसी जी ने कहा परतंत्र भारत में बने कानूनों में आमूल परिवर्तन लाकर ही देश को परिवर्तन की बयार से जोड़ा जा सकता है।उन्होंने घोषणा की शहादत एक सर्वोच्च परंपरा है हम सबको इसका सम्मान करना चाहिए।शहीद परिवार के बच्चों को मुफ्त शिक्षा की घोषणा करते हुए उनके विद्यालयों में यह लागू कर दिया गया है।ज़िला पार्षद किशोर यादव ने कहा कि हम सबको ऐसा प्रयास करना होगा कि शहीद परिवार और  समाज को सहयोग सब मिलकर प्रदान करना है।

इस अवसर पर मंच पर  श्री हरिवल्लभ सिंह आरसी,श्री ख़ुशूर यादव,श्रीमतीं रेणु सिंह,पिता धर्मराज दुबे,माता जगमाया देवी,इंदिरा ज्योति स्कूल के प्राचार्य दिनेश चंद्र मिश्र, मिडिल इंग्लिश उच्च विद्यालय के श्री चंद्रमणि जो, पूर्व सैनीक सेवा परिषद के वरुण कुमार, उपस्थित थे।भारी संख्या में स्तानीय नागरिक,युवा,सामाजिक कार्यकर्ता और पुर्व  सैनिक उपस्थित थे। इस अवसर पर दोनों विद्यालयों के रैंकिंग  छात्रों को संस्थान की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

शहीद किशान की भी और संस्थान के महासचिव श्री  कन्हैया दुबे ने सभी के प्रति आभार जताया।

बॉबी शर्मा,धनंजय उपाध्याय,बरुन,हेमंत,विजय,सत्येंद्र सिंह, सुशील,राजीव,सिधनाथ,राजेश,अजय,अवधेश,

अजय कुमार,सुरेंद्र ओझा,राजदेव सिंघह,जावेद हुसैन,दिनेश,रमेश सहित विद्यालयों के छात्र।छात्राएं उपस्थित थे।

वरुण कुमार

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