Tuesday 18 August 2015

जवान का प्रधानमंत्री जी के नाम खुला ख़त।

माननीय प्रधानमंत्री जी,

मुझे ये देख कर बड़ा दुःख होता है कि आप की सरकार को बिना सोचे समझे वादा करने की वजह से शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है ।
में आपको एक गज़ब का उपाय देना चाहूंगा। जैसा कि आपके रक्षा मंत्री सोचते हैं की सेना की जरूरत खत्म हो चुकी हे  क्योंकि पिछले 40 सालो से कोई युद्ध न होने के कारण सेना की तो कोई जरूरत ही नहीं रही । तो ऐसा कीजिए कि अर्ध सैनिक बलों का विस्तार कर लीजिए और सेना का अस्तित्व ही खत्म कर दीजिए। अर्ध सैनिक बल ही अब देश की सीमा की रक्षा करे । सेना तो बस पैसा बर्बादी का दूसरा नाम हे।  अगर आप सेना का अस्तित्व खत्म कर देंगे तो निम्न फायदे होंगे

  • सेना के विशाल बजट से सब्सिडी और योजनाओं के लिए बहुत पैसा हो जाएगा
  • रक्षा से जुड़े सामानो की खरीद में कोई भी घोटाला नहीं होगा (क्यूंकि सब जानते हैं कि कितने घोटाले रक्षा से जुड़े हुए होते हे )
  • अर्ध सैनिक बल वाले 60 की आयु पे रिटायर होते  हैं तो उनकी ओर से वन रैंक वन पेंशन की मांगो की भी कोई चिंता नहीं है
आपके पास पहले ही एक सेना प्रमुख है जो कि आपकी कही हर बात मानेगा और तुरंत सेना पे लागु भी कर देगा। सेना के पास जो भी जमीन है वो अदानी, अंबानी और अन्य व्यापारिक घरानों को बेचीं जा सकती हैं जो  ‘Make in India ‘ योजना में आप केलिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगा ।
ऐसा कदम उठाने के लिए आप दुनिया में पहले नेता बन जाएंगे और आपको नोबेल पुरस्कार जैसे सम्मानो से नवाज़ा जाएगा । आप इस काम को करने के लिए बस कदम उठाएये और कितना खर्च आएगा इस बारे में मत सोचिए। बस 2 साल दे दीजिए मोदी जी सेना को। सेना के सिपाही छुट्टियों पर चले जाएंगे और आशा है कि 2018 तक अपने लिए कोई दूसरी नौकरियां ढूंड लेंगे।
उस वक़्त तक लोक सभा का चुनाव भी नज़दीक होगा तो लाखो करोडो रुपये भी तो चाहिए होंगे आपकी योजनाओ के लिए. और बचे हुए पैसे को आप 2019 लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए इस्तमाल कर सकते ह। और भारतीय सेना कौनसा वोट बैंक है कि उनके वोट न देने से आप की जीत पर कोई असर पड़ेगा और आपके मन में यह सवाल जरूर उठेगा कि सेना के हथियारों  का क्या करे। तो उनमे से बहुत सारे तो बहुत पुराने हे या ख़राब हो चुके हे, इन्हे रद्दी के भाव बेच दें तो  आपके छोटे मोटे खर्च के लिए पैसे आ ही जाएंगे, अब आपको इतिहास का सबसे श्रेष्ठ नेता होने से कोन रोक सकता हे ?
कृप्या मेरी बात पर विचार कीजिएगा

आपका शुभचिंतक
भारतीय सेना का एक सिपाही

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